विद्याधनम सर्वधनता प्रधानम ..... अर्थात शिक्षा से बड़ी कोई पूंजी नही | और इस पूंजी पर सभी का सामान अधिकार है | शिक्षा ही जीवन का आधार है | किसी भी समाज के विकाश की नीव शिक्षित नगरिक ही होते है| व्यक्ति से समाज और समाज से देश की दिशा बदलने में साक्षर नागरिको का योगदान अत्यंतमहत्वपूर्ण होता है| बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग को शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्तर प्रदेश भवन एवम् अन्य कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा एक प्रशंसनीय कदम उठाया जा रहा है | जिसके तहत बोर्ड के साथ पंजीकृत 1 करोड़ निर्माण श्रमिको परिवारों के नौनिहालों के भविष्य को रौशन करने की तैयारी है | इस श्रमिक परिवार के घर भी शिक्षा की लौ प्रज्वालित होगी| "अटल आवासीय विद्यालय " उत्तर प्रदेश सरकार की पहल है जिसके तहत 1 करोड़ निर्माण श्रमिको के बालक-बालिकाओ को उच्च गुणवत्ता वाली प्रौघोगिकी शिक्षा नि:शुक्ल उपलब्ध कराई जाऐगी | पुरे प्रदेश में प्रत्येक मंडल में 18 आवासीय विद्यालय खोले जाऐगा | जिसका मुख्य लक्ष्य समाज के उपेक्षित वर्ग को मुख्य धारा में सम्मिलित करना और सामाजिक न्याय करते हुए इस वर्ग के बच्चो को भी शिक्षा का अधिकार प्रदान कराना है | ये ही बच्चे भविष्य में अपने समुदाय का नेतृत्व कर उन्हें समाज में समानता का अधिकार दिलाएंगे |
1 करोड़ श्रमिक परिवारों के सक्षम बालक-बालिकाओं को गुणवत्तापरक एवं उच्च शिक्षा और अपनी सभ्यता व संस्कृति से रूबरू होने के सुनहरे अवसर उपलब्ध करना अटल आवासीय विद्यालय का मिशन है | अटल आवासीय विद्यालय में ऐसे बच्चो को भी प्रवेश प्रदान किया जायेगा जिनके परिवार कोविद-19 महामारी की भेंट चढ़ गए| ऐसे बच्चों के जीवन में अटल आवासीय विद्यालय नया सवेरा लेकर आयेगा |
रंग, धर्म, जाति, समुदाय और आर्थिक स्टार के बंधनो से इतर सामाजिक न्याय करते हुए सभी वर्गों के बालक-बालिकओं को शिक्षा प्रदान करना ही अटल आवासीय विद्यालय का परम लक्ष्य है | सामर्थ्यवान बालक-बालिकओं को सकरात्मक एवं सुरक्षित वातावरण में शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध कराने और उचित मार्गदर्शन क्र जीवन के हर पहलु के लिए उन्हें तैयार करने के उद्देश्य के साथ ही 1 करोड़ पंजीकृत निमार्ण श्रमिक परिवारों के बच्चों के उज्जवल भविष्य की आधारशिला स्थापित की जा ही है समाज की विविधाताओं के बीच विद्यालय की कक्षा में समानता एवं सामंजस्य स्थापित कर सभी छात्रो को साक्षर होने की स्वतंत्रता प्रदान कर ही समाज के इस उपेक्षित वर्ग के सपनो को मूर्त रूप दिया जा रहा हैं |